Description
11:59: दहशत का अगला पड़ाव
लेखक – मिथिलेश गुप्ता
पृष्ठ – 132
कहते हैं कि एक भयानक दुर्घटना कई जिंदगियां बदल देती है। उस रात हम लोगों के साथ भी वैसा ही कुछ हुआ। घड़ी की बढ़ती सुईयों के साथ जब साक्षात मौत हमारे सिर मंडराने लगी, बचपन से सुने सारे डरावने किस्से हमारी आंखों के सामने घूमने लगे।
वो भयानक रात, जस्ट लाइक दैट और तेरी इश्क़ वाली खुशबू के लेखक की कलम से
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