Sale!

Agiya Betal Ka Beta | Parshuram Sharma (अगिया बेताल का बेटा | परशुराम शर्मा )

200.00 150.00

यह आग धरती पर दौड़ती है, आकाश में उड़ती है, धरती में समा जाती है और इसका वजूद इंसानी रूप है परंतु इसे मनुष्य साधारण दृष्टि से नहीं देख सकता जबकि इनका पूरा साम्राज्य इसी धरती पर है जो अदृश्य हैं, जैसे हवा है पर अदृश्य है । यदि बेतालों के इस संसार में उतरना है तो जान हथेली पर रखकर जाना होगा। यह अगिया बेताल की खौफ़नाक दुनिया है।

‘अगिया बेताल’ में आपने पढ़ी एक डॉक्टर के तांत्रिक बनने की कहानी। अब जानते हैं कि अगिया बेताल के इंसान से जन्मे बेटे के कारनामे कैसे थे।

 

In stock

Description

अगिया बेताल का बेटा

लेखक – परशुराम शर्मा  

पृष्ठ – 132

यह आग धरती पर दौड़ती है, आकाश में उड़ती है, धरती में समा जाती है और इसका वजूद इंसानी रूप है परंतु इसे मनुष्य साधारण दृष्टि से नहीं देख सकता जबकि इनका पूरा साम्राज्य इसी धरती पर है जो अदृश्य हैं, जैसे हवा है पर अदृश्य है । यदि बेतालों के इस संसार में उतरना है तो जान हथेली पर रखकर जाना होगा। यह अगिया बेताल की खौफ़नाक दुनिया है।

‘अगिया बेताल’ में आपने पढ़ी एक डॉक्टर के तांत्रिक बनने की कहानी। अब जानते हैं कि अगिया बेताल के इंसान से जन्मे बेटे के कारनामे कैसे थे।

 

Additional information

Weight 0.2 kg
Dimensions 22 × 13 × 1 cm

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Agiya Betal Ka Beta | Parshuram Sharma (अगिया बेताल का बेटा | परशुराम शर्मा )”

Your email address will not be published. Required fields are marked *