Description
रोड ट्रिप 13000 फ़ीट
लेखक – देवेन्द्र पाण्डेय
पृष्ठ – 268
तीन अनजाने जो मित्र बने। पहली मुलाकात और पहली ही मुलाकात में रोड ट्रिप की योजना, तीन यात्राएं, तीन पड़ाव, तीन कहानियां, लेकिन मंजिल एक।
जिंदगी की परेशानियों और उलझनों से जूझ रहे तीन अनजाने दुनिया जहान को भुला कर एक अनोखे सफर पर निकल पड़े, एक ऐसे अनुभव के लिए जिसने उन्हें बदल कर रख दिया।
यात्रा जो मुम्बई के मैदानों से आरम्भ होकर उत्तराखंड की बर्फीली चोटियों तक पहुंच जाती है, जहां उनका सामना उनकी नियति से होता है। नियति जो जीवन मरन से परे जाकर उनके अस्तित्व को ही बदल कर रख देती है।
रास्तों में मंजिल खोजने की कहानी।
इश्क बकलोल और बाली- युग युगांतर प्रतिशोध के लेखक की कलम से
Reviews
There are no reviews yet.